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Brahmakumaris Raipur

चौबे कालोनी में समर कैम्प का उद्घाटन हुआ…

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ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा चौबे कालोनी में समर कैम्प का उद्घाटन हुआ…
– बच्चे अपने अन्दर छुपी प्रतिभा को पहचान कर आगे बढ़ें… डॉ. वर्णिका शर्मा, अध्यक्ष राज्य बाल सरंक्षण आयोग
– समर कैम्प में सिखलाए जाने वाली शिक्षा को गम्भीरता के साथ धारण करें…भूपेन्द्र सवन्नी, अध्यक्ष अक्षय उर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा)
– अच्छा इन्सान बनकर अपने माता-पिता का नाम रौशन करें…विजय खण्डेलवाल, जिला शिक्षा अधिकारी
– बच्चों में अच्छे संस्कारों को रोपित करना आसान होता है …ब्रह्माकुमारी सविता दीदी, रायपुर संचालिका

रायपुर, 2 मई 2025: राज्य बाल सरंक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने कहा कि सभी बच्चों में कुछ न कुछ खुबियाँजरूर होती हैं। आपको उन खूबियों को पहचान कर आगे बढऩा है। उन्होंने प्रेरणा देते हुए कहा कि आप में से कोई वीर शिवाजी जैसा हिम्मती बनेगा तो कोई नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जैसा दृढ़ प्रतिज्ञ बनेगा और कोई रानी लक्ष्मी बाई व अहिल्या देवी जैसी महान बनकर देश का नाम रोशन करेगी परन्तु आप बच्चों को वादों का पक्का होना जरूरी है। बच्चे मन के सच्चे और अच्छे होते हैं। इसलिए सबके प्यारे होते हैं।

डॉ. वर्णिका शर्मा आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा विश्व शान्ति भवन चौबे कालोनी रायपुर में आयोजित समर कैम्प के उद्घाटन अवसर पर बच्चों को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने आगे कहा कि समर कैम्प अपनी प्रतिभा को पहचानने का अवसर देता है। स्कूल के दौरान आप बच्चों को पढ़ाई के अलावा दूसरे कामों के लिए समय नहीं मिल पाता है। इसलिए समर कैम्प का सदुपयोग रचनात्मक कार्यों के लिए करना होगा।

अक्षय उर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी ने बच्चों में उत्साह का संचार करते हुए कहा कि यहाँसमर कैम्प में जो सिखाया जाएगा वह आगे चलकर आप बच्चों के जीवन में बहुत काम आने वाला है। इसलिए गम्भीरता के साथ समर कैम्प का लाभ लेना। यहाँ जो सीखेंगे उसे अपने दोस्तों को भी बतलाना। उन्होंने ब्रह्माकुमारी बहनों के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह संगठन पूरे विश्व में सेवा भाव और समर्पणता के साथ काम कर रही है।

जिला शिक्षा अधिकारी विजय खण्डेलवाल ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप बच्चे बहुत ही भाग्यशाली हैं जो यहाँ उच्च आदर्शों वाली संस्थान में आए हैं। यहाँ प्राप्त शिक्षाओं को जीवन में धारण करें। बड़ों का आदर करें और आदर्शों को अपनाएं। अच्छे इन्सान बनकर अपने माता-पिता का नाम रौशन करें।

रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने बतलाया कि शहर में अनेक संगठन समर कैम्प का आयोजन करती हैं लेकिन हमारा यह कैम्प उन सबसे अलग है क्योंकि यहाँ बच्चों को संस्कारित करने का कार्य किया जाता है। उनको नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों की शिक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार छोटे पौधों का रोपण करना सहज होता है। उसी प्रकार बच्चों में अच्छे संस्कारों को रोपित करना आसान होता है। इसलिए आज ऐसे प्रयासों की जरूरत है कि जिसमें मुनष्य गुणवान बनने के लिए प्रेरित हो।

इस अवसर पर बोलते हुए ब्रह्माकुमारी सिमरन दीदी ने बतलाया कि यह समर कैम्प चौबे कालोनी रायपुर में विगत बीस वर्षों से निरन्तर आयोजित किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में नैतिक एवं आध्यात्मिक गुणों का समावेश कर उनके व्यक्तित्व का विकास करना है। उन्होंने कहा कि सुन्दर हाथ वह है जो कि परिश्रम करे। सुन्दर मुख वह है जो कि मीठा बोले और सुन्दर चेहरा वह है जिसमें मुस्कुराहट हो। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी दीक्षा दीदी ने किया।

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PM मोदी जी करेंगे ब्रह्माकुमारीज़ के ‘शांति शिखर’ का लोकार्पण, नवा रायपुर – लाइव 1 Nov, सुबह 10 बजे

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🚨 PM मोदी करेंगे ब्रह्माकुमारीज़ के ‘शांति शिखर’ का लोकार्पण, नवा रायपुर – लाइव 1 Nov, सुबह 10 बजे

भारत के गौरवशाली आध्यात्मिक इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है! ब्रह्माकुमारीज़ के नव-निर्मित मेडिटेशन सेंटर ‘शांति शिखर, एकेडमी फॉर ए पीसफुल वर्ल्ड’ के भव्य लोकार्पण समारोह का यह आधिकारिक प्रोमो देखें। यह केंद्र केवल एक भवन नहीं, बल्कि एक प्रेरणास्थल है, जहाँ राजयोग, ध्यान और आध्यात्मिक ज्ञान से जीवन में संतुलन आएगा और मन को शांति मिलेगी। इस प्रभावशाली स्थान का लोकार्पण भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कर-कमलों द्वारा किया जाएगा। 📍 स्थान: नवा रायपुर, छत्तीसगढ़” 🗓️ तिथि और समय: शनिवार, 1 नवंबर 2025, सुबह 10:00 बजे (IST)” इस समारोह की शोभा बढ़ाएंगे :

    • छत्तीसगढ़ के माननीय राज्यपाल, श्री रामेन डेका
    • माननीय मुख्यमंत्री, श्री विष्णु देव साय
    • माननीय विधानसभा अध्यक्ष, डॉ. रमन सिंह
    • राजयोगिनी जयंती दीदी जी
    • राजयोगी मृत्युंजय भाई जी और अन्य वरिष्ठ राजयोगिनी एवं राजयोगी।
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आई बी सी 24 पर “आदि शक्ति से साक्षात” विषय पर सामयिक चर्चा

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रायपुर, छ.ग.। आज छत्तीसगढ़ के नम्बर वन न्यूज चैनल आई बी सी 24 पर “आदि शक्ति से साक्षात” विषय पर सामयिक चर्चा रखी गई थी।

परिचर्चा में छत्तीसगढ़ की विभिन्न विधाओं में पारंगत नारी शक्ति को अपने विचार व्यक्त करने के लिए आमंत्रित किया गया।

परिचर्चा में ब्रह्माकुमारी संस्थान की ओर से रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने हिस्सा लिया और नवरात्रि के आध्यात्मिक रहस्य को समझाते हुए आदि शक्तियों के महत्व को प्रतिपादित किया।

परिचर्चा में ब्र.कु. सविता दीदी के अलावा डॉ शिखा पाण्डेय- वैदिक ज्योतिषि, डॉ नीना मोइत्रा- वास्तु व टैरो कार्ड रीडर, विद्या दुबे- कथा वाचिका, गरिमा जैन- जसगीत गायिका, साध्वी डॉ किरण ज्योति प्रेम- विशेषज्ञ, योग विज्ञान, पद्मश्री फूलबासन बाई यादव- सामाजिक कार्यकर्ता, नीता डुमरे- पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी, डॉ दिव्या देशपांडे- प्रोफेसर, संस्कृत कॉलेज ने भाग लिया।

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कैदियों की सूनी कलाइयों में ब्रह्माकुमारी बहनों ने राखी बाँधी

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काम, क्रोध आदि विकारों से आत्मा की रक्षा की जरूरत…. ब्रह्माकुमारी सविता दीदी
रायपुर, 07 अगस्त, 2025: केन्द्रीय कारागार में कैदियोंं को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की दैवी बहनों ने रक्षाबन्धन का आध्यात्मिक महत्व समझाते हुए प्रवचन किया और उनकी सूनी कलाइयों में राखी बाँधी। कार्यक्रम मेंं जेल के कल्याण अधिकारी दिलेश पाण्डे, रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी, ब्रह्माकुमारी रश्मि दीदी, सौम्या दीदी, सिमरण दीदी, अंशु दीदी और जागृति दीदी आदि उपस्थित रहीं।
कैदियों को सम्बोधित करते हुए रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने कहा कि रक्षाबन्धन का पर्व हमें मन-वचन-कर्म से पवित्रता को अपनाने का सन्देश देता है। वरन् हमें काम, क्रोध आदि मनोविकारों से आत्मा की रक्षा की जरूरत है। रक्षा का अभिप्राय शारीरिक रक्षा से नहीं है। रक्षाबन्धन में जो तिलक लगाते हैं वह आत्म स्मृति का प्रतीक है। इससे यह याद कराया जाता है कि हम शरीर नहीं हैं अपितु इसके माध्यम से कर्म करने वाली चैतन्य आत्मा हैं। मुख मीठा कराना इस बात का सूचक है कि मुख से सदैव मधुर बोल ही निकलें। हमारी जुबान से कभी दूसरों को दु:ख पहुंचाने वाले कटु वचन न निकलें। इसी प्रकार रक्षासूत्र बांधने का मतलब जीवन में आगे बढऩे के लिए कोई न कोई दृढ़ संकल्प करने का सूचक है।
उन्होंने कैदियों से अपने समय का सदुपयोग स्वचिन्तन में करने का आह्वान करते हुए कहा कि यह विचार करने की जरूरत है कि मेरे अन्दर कौन-कौन सी बुराइयाँ हैं? उन्होने श्रेष्ठï कर्मों को सुख-शान्ति का आधार बतलाते हुए कहा कि जीवन को सुखी बनाना है तो हमें अपने कर्मों को श्रेष्ठï बनाना होगा। ऐसे समय में परमात्मा हमें रक्षा का वचन दे रहे हैं कि हे आत्माओं अब देह से न्यारे बनो और मुझे याद करो तो मैं तुम्हारी सभी मनोविकारों से रक्षा करूंगा।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी सौम्या दीदी ने विचारों की शक्ति को स्पष्ट करते हुए व्याख्यान दिया। ब्रह्माकमारी रश्मि दीदी ने कैदियों को जीवन में अच्छाइयों को अपनाने की प्रतिज्ञा कराई। अन्त में ब्रह्माकुमारी बहनों ने सभी को रक्षासूत्र बाँधकर मुख मीठा कराया। संचालन ब्रह्माकुमारी सिमरण दीदी ने किया।
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