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नवरात्रि से पहले अपनी आसुरी वृत्तियों का नाश करें… ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी

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नवरात्रि से पहले अपनी आसुरी वृत्तियों का नाश करें… ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी

रायपुर, २८ सितम्बर: जीवन प्रबन्धन विशेषज्ञा ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने कहा कि नवरात्रि से पहले घर की सफाई के साथ-साथ अपने संस्कारों की भी सफाई करें। आसुरी वृत्तियों का नाश होने के बाद ही देवी का आह्वान करना चाहिए। यही नवरात्रि मनाने की विधि है। हमेशा सोचें कि मैं दिव्य और शक्तिशाली आत्मा हूँ। परमात्मा की सन्तान हूँ। इससे कमजोरियों को दूर करने में मदद मिलेगी।

ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी आज शाम को इण्डोर स्टेडियम में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा आयोजित वाह जिन्दगी वाह कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रही थीं। ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने आगे कहा कि सारे दिन में हम जिन लोगों के सम्पर्क में आते हैं, उनकी कमी कमजोरियों का चिन्तन करते-करते वह हमारे चित्त का हिस्सा बन जाते हैं। इसलिए हमेशा दूसरों की विशेषताएं देखने की आदत डाल लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूजा मत करो बल्कि दैवी गुणों को धारण करके पूज्यनीय बनो।

उन्होंने कहा कि रोज सुबह उठकर मोबाईल चेक करने की बजाय परमात्मा का स्मरण करना चाहिए। हम लोग जीवन में छोटी-छोटी बातों को पकडक़र बैठ जाते हैं। चिन्तन करके उन कमजोरियों को निकालने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से कहा कि आज उन कमजोरियों को स्वाहा कर दें। अपने श्रेष्ठ तकदीर का वाह-वाह करें। इससे ही जीवन में भी वाह-वाह होगी।

उन्होंने श्राद्घ के दिनों को याद करते हुए कहा कि यह हमें याद दिलाते हैं कि एक दिन हमें भी इस दुनिया से जाना है। हमें अपने संस्कारों को दिव्यता लाने का पुरूषार्थ करना चाहिए क्योंकि यही वह सम्पत्ति है जो कि आत्मा शरीर छोडऩे पर अपने साथ लेकर जाती है। यदि किसी वस्तु या वैभव में हमारी बुद्घि अटकी हुई होगी तो वही चीज हमें अन्त में हमें याद आएगी। परमात्मा याद नहीं आएगा। हमारा जीवन ऐसा होना चाहिए कि हम समाज में रहते हुए भी सबसे डिटैच्ड रहें।

फिल्म अभिनेता सुरेश ओबेराय ने सभा में उपस्थित लोगों को राजयोग मेडिटेशन सीखने का सुझाव देते हुए बतलाया कि मेडिटेशन से उनका जीवन में शान्ति की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि पहले वह छोटी-छोटी बातों से चिढ़ जाते थे। देह अहंकार के कारण गुस्सा करना उनकी आदत बन चुका था। लेकिन ब्रह्माकुमारी संस्थान से जुडऩे के बाद उनका खान-पान, दिनचर्या, आदत सब कुछ बदल गया है। संस्कार बदलना बहुत मुश्किल होता है किन्तु राजयोग के अभ्यास से संस्कार बदल जाते हैं।

इस अवसर ब्रह्माकुमारी शिवानी और फिल्म अभिनेता सुरेश ओबेराय का कृषि एवं जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, मुख्य सचिव अजय सिंह, महापौर प्रमोद दुबे, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने शॉल और श्रीफल भेंटकर अभिनन्दन किया।

समारोह को क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने भी सम्बोधित किया। प्रारम्भ में ब्रह्माकुमार युगरत्न भाई ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर सभी को भाव-विभोर कर दिया। संचालन छत्तीसगढ़ योग आयोग की सदस्या ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने किया।

प्रेषक: मीडिया प्रभाग,
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, रायपुर
फोन:०७७१-२२५३२५३, २२५४२५४

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देशभक्ति के रंग में डूबा शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर… – क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमा दीदी ने तिरंगा ध्वज फहराया…

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पूरे सभागार को तीन रंगों से सजाया गया था…
– अंग्रजों की गुलामी से मुक्ति मिली किन्तु विकारों से मुक्त होना शेष…

रायपुर, 15 अगस्त 2024: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वावधान में शान्ति सरोवर रिट्रीट सेंटर में बड़े ही धूमधाम से हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर इन्दौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी एवं सविता दीदी संग राजधानी रायपुर की सभी ब्रह्माकुमारी बहनों ने मिलकर तिरगंा फहराया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी संस्थान के बाल कलाकारों द्वारा देशभक्ति के गीतों पर आधारित सुन्दर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।

क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि बहुत संघर्षों के बाद हमें आजादी मिली थी इसलिए इसके महत्व को हमें समझना होगा ताकि आजादी के लिए शहीद होने वाले नवजवानों का बलिदान व्यर्थ न जाए। स्वतंत्र का मतलब है स्व पर शासन। हरेक कर्मइन्द्रियाँ हमारे वश में हो। अब हमें सारे विश्व में भाई- चारा की भावना को बढ़ाना है। हरेक व्यक्ति के साथ अच्छा व्यवहार करना है। राजयोग मेडिटेशन से काम, क्रोध आदि विकारों से मुक्त होने का पुरूषार्थ करना है।

रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने कहा कि 15 अगस्त को देश अंग्रेजों की गुलामी से तो मुक्त हो गया लेकिन क्या हम विकारों और व्यसनों की गुलामी से मुक्त हो पाए है? सच्चे अर्थों में हम स्वतंत्र तभी कहलाएंगे जब हम इन बुराइयों से भी मुक्त होंगे।

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तनावमुक्त जीवन जीने की कला विषय पर व्याख्यान… – जिन्दल स्टील एण्ड पावर लिमिटेड में एक्जीक्यूटिव्स के लिए हुआ आयोजन…

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तनावमुक्त जीवन जीने की कला विषय पर व्याख्यान…
– जिन्दल स्टील एण्ड पावर लिमिटेड में एक्जीक्यूटिव्स के लिए हुआ आयोजन…
– तनाव हमें बीमार कर रहा है… ब्रह्माकुमारी दीक्षा दीदी
– तनाव से बचने हेतु जीवन में जो मिला है और जितना मिला है उसमें सन्तुष्ट रहना सीखिए…

रायपुर, 14 अगस्त 2024: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा जिन्दल स्टील एवं पावर लिमिटेड मन्दिर हसौद में तनाव मुक्त जीवन जीने की कला (Art of stress free Living) विषय पर वहाँ के एक्जीक्यूटिव्स के लिए व्याख्यान आयोजित कर सभी को राखी बांधी गई।

वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी दीक्षा दीदी ने कहा कि इस समय तनाव और अवसाद सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। यह तनाव मनुष्यों को बीमार कर रहा है। तनाव हमारी क्षमता को आधा कर देता है। आधुनिक जीवनशैली हमें दिनों दिन आध्यात्मिकता से दूर कर रही है। हम अपने निज स्वरूप को न जानने के कारण नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को भूलते जा रहे हैं। राजयोग मेडिटेशन हमें परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति देता है।

उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य हमेशा सोचता है कि अमुक काम हो जाए फिर मैं सुखी हो जाउंगा। बस यह काम और हो जाए फिर कोई तनाव नहीं रहेगा। इसी उघेड़बुन में वह जिन्दगी के अनमोल क्षणों को व्यर्थ में गंवा देता है। किसी भी कार्य को यदि सुव्यवस्थित तरीके से और सम्पूर्णता के साथ किया जाए तो उसे आर्ट कहते हैं। हमें अगर तनाव प्रबन्धन की कला आ जाए तो हंसी-खुशी जीवन को जिया जा सकता है। गुस्सा, भय, चिडचिड़ापन, एकाग्रता की कमी, भय, चिन्ता, उदासी आदि तनाव के ही लक्षण हैं।

ब्रह्माकुमारी दीक्षा दीदी ने आगे बतलाया कि समस्याएं सबके सामने आती है। किन्तु जब हमारी आन्तरिक शक्ति कमजोर हो जाती है तब हमें तनाव महसूस होता है। अब सवाल पैदा होता है कि हम तनाव को बैलेन्स कैसे करें? उसे कम करें या खत्म करें? किसी कार्य को करने के लिए जुनून की जरूरत होती है। जुनून की विशेषता यह है कि उसमें खुशी भी शामिल होती है। हमें अब खुद ही अपने जीवन का टेक्नीशियन बनना होगा। अपने जीवन को खुशनुमा बनाना होगा। यह हमारे ही हाथ में निर्भर है। अब तक जो मिला है और जितना मिला है उसमें खुश और सन्तुष्ट रहना सीखिए।

रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि दुनिया में जिस तेजी से विज्ञान और तकनीक का विकास हो रहा है, उसी तेजी से नैतिक मूल्यों का पतन भी हो रहा है। पहले इतने भौतिक सुख के साधन नही थे किन्तु लोगों में परस्पर भाई-चारा, स्नेह और अपनापन था। इन दिनों मनुष्य हर समय तनाव, भय और असुरक्षा के साए में जीवन गुजार रहा है। तनाव का एक कारण सहनशक्ति की कमी होना भी है। सहनशक्ति की कमी होने से मनुष्य झट तनाव में आ जाता है।

कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी अदिति दीदी ने किया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी वनिषा दीदी ने भी अपने विचार रखे।

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रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने लोकसभा सांसद और जिन्दल कम्पनी के मालिक भ्राता नवीन जिन्दल को माउण्ट आबू पधारने का निमंत्रण दिया और राखी बाँधी

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रायपुर, 31 जुलाई : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने लोकसभा सांसद और जिन्दल कम्पनी के मालिक नवीन जिन्दल के रायपुर आगमन पर उनसे मुलाकात कर उन्हें माउण्ट आबू में आयोजित उद्योग एवं व्यापार प्रभाग के सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी रश्मि दीदी और ब्रह्माकुमारी दीक्षा दीदी भी उपस्थित थीं।

रायपुर प्रवास के दौरान सांसद नवीन जिन्दल अपने व्यस्ततम दिनचर्या में से समय निकालकर ब्रह्माकुमारी बहनों से बहुत ही आत्मियता से मिले। उन्होंने अवगत कराया कि ब्रह्माकुमारी बहनों का आशीर्वाद उन्हें हर जगह मिलता रहता है। इस पर ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने उन्हें रायपुर में की जा रही ईश्वरीय सेवाओं से अवगत कराते हुए समय निकालकर यहाँ के शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में भी पधारने का निमंत्रण दिया। सांसद महोदय द्वारा वर्र्तमान समय लेकसभा का सत्र चालू होने के कारण माउण्ट आबू जाने में असमर्थता जताने पर सविता दीदी ने उन्हें सितम्बर माह में आबू में आयोजित सम्मेलन में चलने का आग्रह किया तब उन्होंने बतलाया कि उस समय हरियाणा में विधानसभा चुनाव होना है। फिर उन्होंने कहा कि रायपुर में उनके लायक कोई सेवा हो तो जरूर बतलाएं। पश्चात सविता दीदी ने उन्हें राखी बाँधी और ईश्वरीय प्रसाद दिया जिसे उन्होंने बहुत ही श्रद्घा और आदर के साथ स्वीकार किया।

उल्लेखनीय है कि सांसद नवीन जिन्दल आज राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए रायपुर आए थे। इसी दौरान रायपुर से वापिस जाते वक्त बहनों ने उनसे मुलाकात की थी। ओमशान्ति।

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